मेरे ब्लॉग में आप का स्वागत है. आप के लिए पेश है मेरी सभी रचनाये, संक्षिप्त कहानियां, ग़ज़लें व् कवितायेँ . कृपया ब्लॉग पढने के बाद अपनी टिप्पणियाँ ज़रूर दें. मेरे दुसरे ब्लॉग पर ज़रूर आये: http://sukhsaagar.blogspot.com/ http://dayinsiliconvalley.blogspot.com/ http://whatsupsiliconvalley.blogspot.com/ and http://yahanmainajnabi.blogspot.com/
Thursday, May 15, 2008
भविष्य ...
यह सूखे हुए चेहरे
पड़े हुए उन पर
निराशायों के घेरे
हम से यह पूछते हैं
क्या उन से बुरा हुआ है
हम क्यों तरस न खाएं
उन के लिए भे कोई
बदली बरस तो जाए
देखो नगन खड़ा है
बच्चा सड़क पे किस का
भूख के मारे हुए
पेट खाली है जिस का
देखो वह चिल्ला रहा है
दोष है यह किस का
सूखे पिचके गाल है
क्या येही
भविष्य है भारत का?
क्यों ख़ुद मिटा रहे हो
अपने भविष्य को तुम
जाओ! उसे उठाओ
सीने से उसे लगाओ
अपने भविष्य को ख़ुद
अपने हाथों से सजाओ
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
Copyright !
Enjoy these poems.......... COPYRIGHT © 2008. The blog author holds the copyright over all the blog posts, in this blog. Republishing in ROMAN or translating my works without permission is not permitted.
No comments:
Post a Comment