Monday, November 14, 2011

कशमकश

कुछ लोग अक्सर मिल कर बिछड़ जाते है!
कुछ रिश्ते बनते तो है, मगर बिगड़ जाते  है!!

जब मिलते है वो रातों की नींदें उड़ा देते है,
जब बिछड़ने है तो अक्सर घर उजड़ जाते है !!

पास रहते है तो हमे अपना सा बना लेते है,
जुदा होते है तो दिल के चैन भी उड़ जाते है!!

शायद कभी वो जिंदगी में फिर कभी ना आयें,
अकेले में  यादों के समन्दर उमड जाते है !!
 
कितना होता है दर्द,  प्यार की कशमकश में,
खुशकिस्मत है वो जो इस इश्क में पड़ जाते है!!

2 comments:

दिगम्बर नासवा said...

शायद कभी वो जिंदगी में फिर आयें या ना आयें,
अकेले में उन की यादों के समन्दर उमड जाते है ..

भुत खूब ... लाजवाब शेर है ...सच है की अकेले में बस वो ही याद आते हैं ..

मेरा मन पंछी सा said...

बहुत ही सुन्दर
दिल को छू लेनेवाली रचना है..
शानदार रचना..

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