तुम्हारे आने से पहले तेरी खुशबू हमे आ जाती है!
तेरे छू लेने से, जिस्म में होती है सरसराहट ,
तुम्हारी इक नज़र से रूह जन्नत को पा जाती है !!
बिन कहे बिन बोले, दूर हो जायेंगे शिकवे गिले,
मिलने की उम्मीद से मेरी दुनिया पगला जाती है!!
तुम बांहों में आते हो, जैसे खुदाई हमने पा ली हो,
तेरे आगोश में आने से सब खुशियाँ हमे भा जाती है!!
हम किस हालात में होंगे ज़िक्र करना है बहुत मुश्किल,
शायद लगे जैसे नैया भंवर से फिर किनारा पा जाती है !!
तेरे कदमो की आहट से आँखे मुस्करा जाती है!!
तेरे छू लेने से, जिस्म में होती है सरसराहट ,
तुम्हारी इक नज़र से रूह जन्नत को पा जाती है !!
बिन कहे बिन बोले, दूर हो जायेंगे शिकवे गिले,
मिलने की उम्मीद से मेरी दुनिया पगला जाती है!!
तुम बांहों में आते हो, जैसे खुदाई हमने पा ली हो,
तेरे आगोश में आने से सब खुशियाँ हमे भा जाती है!!
हमारी दुनिया में तेरा आना, खुदा को पाने सा ही होगा
जैसे हर मांगी दुआ अपना इक असर दिखला जाती है!!
हम किस हालात में होंगे ज़िक्र करना है बहुत मुश्किल,
शायद लगे जैसे नैया भंवर से फिर किनारा पा जाती है !!
9 comments:
बढ़िया....
आशु;
अपना ईमेल भेजो Sameer.lal@gmail.com पर...तो आपके संशय का निवारण कर सकूँ. प्रति टिप्पणी के माध्यम से वहाँ करना उचित नहीं...
तुम्हारे कमेंट के लिए बहुत आभार मगर उस पर कुछ बताना जरुरी है. :)
स्नेह बनाये रखो, हम सब सीख रहे हैं.
समीर
Aashu aap mere blog par aaye aur apni anmol tippani di bahut bahut aabhar.usi ke madhyam se aapke blog tak pahunchi.aapki rachna padhi bahut achchi lagi achcha likhte hain aap.pls keep in touch.
राजेश कुमारी जी व् समीर जी,
मेरे ब्लॉग पर आने के लिए और मेरा उत्साह बढ़ाने के लिए बहुत बहुत शुक्रिया,
आशु
बेहद उत्कृष्ट रचना है यह.
आपको मेरी हार्दिक शुभकामनायें.
बिन कहे बिन बोले, दूर हो जायेंगे सभी शिकवे और गिले,
तेरे मिलने की चाहत से दुनिया हमारी पगला जाती है!!
तुम बांहों में लेते हो, लगता है सारी खुदाई ही पा ली हो,
तुम्हारे आगोश में आने से ज़िदगी सब खुशियाँ पा जाती है!!
बहुत सुन्दर पंक्तियाँ! बेहद ख़ूबसूरत और भावपूर्ण रचना लिखा है आपने जो काबिले तारीफ़ है! दिल को छू गयी हर एक पंक्तियाँ!
तुम्हारे आने से पहले तुम्हारी खुशबू सी आ जाती है!
तुम्हारे कदमो की आहट से हमारी आँखे मुस्करा जाती है!!
bhut sundar rachana
वर्षा जी, बबली जी व् विकास जी,
मेरा होंसला बढ़ाने के लिए ..बहुत बहुत शुक्रिया,
आशु
हमारी दुनिया में तेरा आना,
खुदा को पाने सा है होगा
जैसे हर मांगी हुआ दुआ
अपना असर दिखला जाती है!!
उम्दा शेर कहे हैं आपने, बहुत ख़ूबसूरत ग़ज़ल है !
बहुत ही सुन्दर रचना है
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