छोड़ा ऐसे तुम ने मुझ को, मेरा खो गया हर सहारा।
ना भुला पाया मैं तुझ को, तेरी याद ने मुझ को मारा।
दिल तब से टूट चुका है, जब से जुदा हुए तुम,
सब को मैं भूल चुका हूँ, मेरे खुदा हुए तुम,
अब तो डूबी हमारी कश्ती, मुझे तूं ही दिखा किनारा।
ना भुला पाया मैं तुझ को, तेरी याद ने मुझ को मारा।
रो रो के कह रहा है , दिल मेरा आज तुम को,
हम बता ना पाए अपने दिल के राज़ तुम को,
बस हम ने लुटा दिया है, अपना यह ज़हान सारा।
ना भुला पाया मैं तुझ को, तेरी याद ने मुझ को मारा।
ज़रा कुछ दर्द तो खाओ, मेरे दिल के हाल पे तुम,
अब तो निकाल जाओ, इस भंवर जाल से तुम,
अब तो थक चुका है, दिल भटक भटक कर बेचारा।
ना भुला पाया मैं तुझ को, तेरी याद ने मुझ को मारा।
1 comment:
बिल्कुल सही कहा आपने
"तेरी याद ने मुझ को मारा"
पर ये अहसास उसको क्यों नही होता
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