tag:blogger.com,1999:blog-8754264138797413741.post644607574279720644..comments2023-09-03T02:41:34.344-07:00Comments on अनजाना शहर...अजनबी लोग...: मंजिल दूर तो है लेकिनआशुhttp://www.blogger.com/profile/00177586469111424698noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-8754264138797413741.post-38324578349150412242010-01-25T01:53:52.477-08:002010-01-25T01:53:52.477-08:00Bahut sunder bhav !Bahut sunder bhav !Apanatvahttps://www.blogger.com/profile/07788229863280826201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8754264138797413741.post-89406425640885978212010-01-13T03:18:39.443-08:002010-01-13T03:18:39.443-08:00बहुत उम्दा भाव हैं, बधाई.बहुत उम्दा भाव हैं, बधाई.संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8754264138797413741.post-63756202088411103352010-01-08T08:54:41.824-08:002010-01-08T08:54:41.824-08:00वाणी जी, दिगंबर जी, निर्मल जी, शिखा जी और पी. सिंह...वाणी जी, दिगंबर जी, निर्मल जी, शिखा जी और पी. सिंह जी ,<br /><br />आप के स्नेह भरे भरे होंसला बढाने वाले शब्दों के लिया आप का बहुत आभारी हूँ. आप अपना यह प्यार इसी तरह से बनाये रखे.<br /><br />बहुत बहुत शुक्रिया<br /><br />आशुआशुhttps://www.blogger.com/profile/00177586469111424698noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8754264138797413741.post-4524094580553580542010-01-08T03:47:15.457-08:002010-01-08T03:47:15.457-08:00बहु खूब सुन्दर रचना
बहुत बहत आभारबहु खूब सुन्दर रचना <br />बहुत बहत आभारPushpendra Singh "Pushp"https://www.blogger.com/profile/14685130265985651633noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8754264138797413741.post-43330997800980527812010-01-07T04:00:08.259-08:002010-01-07T04:00:08.259-08:00ग़मों के अंधेरों में उम्मीदों का दिया जलाये रखना,
...ग़मों के अंधेरों में उम्मीदों का दिया जलाये रखना,<br />भूल के कल बीती बातें, आज को बना संवर के चलो!<br /><br />bahut khubsurat jindgi se bhari rachna.shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8754264138797413741.post-22334675129991131232010-01-06T22:53:31.825-08:002010-01-06T22:53:31.825-08:00बहुत सुन्दर सकारात्मक कविता शुभकामनायेंबहुत सुन्दर सकारात्मक कविता शुभकामनायेंनिर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8754264138797413741.post-89417299282503317692010-01-06T22:29:35.060-08:002010-01-06T22:29:35.060-08:00सुना करते थे के जिंदगी को जिंदादिली का नाम है,
सो...सुना करते थे के जिंदगी को जिंदादिली का नाम है,<br />सो तुम सीना तान के जूझो और हों निडर के चलो <br /><br />ग़मों के अंधेरों में उम्मीदों का दिया जलाये रखना,<br />भूल के कल बीती बातें, आज को बना संवर के चलो<br /><br />बहुत जिन्ददिल शेर कहे हैं आपने ........... बेहद खूबसूरत .........दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8754264138797413741.post-1722137476918624612010-01-06T18:27:35.491-08:002010-01-06T18:27:35.491-08:00जिंदगी जिन्दादिली का ही तो नाम है ....
नव वर्ष की ...जिंदगी जिन्दादिली का ही तो नाम है ....<br />नव वर्ष की बहुत शुभकामनायें ...!!वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8754264138797413741.post-64581792188069983312010-01-06T17:43:15.358-08:002010-01-06T17:43:15.358-08:00श्यामल जी व समीर जी,
होंसला बढाने के लिए आप का ...श्यामल जी व समीर जी,<br /><br />होंसला बढाने के लिए आप का बहुत बहुत शुक्रिया. श्यामल जी आप की share की हुई लाईने<br />बहुत सुन्दर लगी. समीर भाई गलती सुधारने के लिए बहुत बहुत शुक्रिया<br /><br />आशुआशुhttps://www.blogger.com/profile/00177586469111424698noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8754264138797413741.post-5234843809859885692010-01-06T16:59:07.998-08:002010-01-06T16:59:07.998-08:00हम्मत शायद हिम्मत होना था क्या..
बहुत उम्दा भाव ह...हम्मत शायद हिम्मत होना था क्या..<br /><br />बहुत उम्दा भाव हैं, बधाई.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8754264138797413741.post-2760230611682789962010-01-06T16:09:24.336-08:002010-01-06T16:09:24.336-08:00ग़मों के अंधेरों में भी उम्मीदों का दिया जलाये रखना...ग़मों के अंधेरों में भी उम्मीदों का दिया जलाये रखना,<br />भूल के कल की बातें आज को बना संवर के चलो !!<br /><br />अच्छे भाव की पंक्तियाँ। कहते हैं कि-<br /><br />जो बीता कल क्या होगा कल<br />है इस कारण तू व्यर्थ विकल<br />आह अगर तू सफल बना ले<br />आज सपल तो जनम सफल<br /><br />सादर <br />श्यामल सुमन<br />09955373288<br />www.manoramsuman.blogspot.comश्यामल सुमनhttps://www.blogger.com/profile/15174931983584019082noreply@blogger.com